भारत मे धर्म ओर संस्कृति | Religion and Culture in India.

भारत अनेकता मे एकता का प्रतीक है ओर यहा की सबसे प्राचीन संस्कृती  ओर वैदिक काल के ग्रंथ इत्यादि की माहिती यहा पे दर्शाने के प्रयास किया गया है। यहा पे दिखाई गई माहिती अलग अलग पुस्तकों की सहायता ली गही है। इसमे को क्षति या चूक हो तो हमे कमेंट के जरिये जरूर अवगत करे। धन्यवाद। 





वेद ओर वेदांग : (Vedas)

  1. ऋग्वेद 
  2. यजुर्वेद 
  3. अथर्ववेद
  4. सामवेद 

वैदिक साहित्य की 6 शाखाओ को वेदांग कहा जाता है। 

  1. शिक्षा
  2. छंद 
  3. व्याकरण
  4. निघंटु 
  5. कल्प
  6. ज्योतिष 

पुराण : (legends)


पुराण 18 है : 
1) अग्नि (2) कूर्म (3) शिव (4) सकन्द (5) वराह (6) गरुड (7) नारद (8) पद्म (9) वामन (10) विष्णु (11) वायु (12) ब्रह्म (13) मत्स्य (14) भागवत (15) ब्रह्मवैवर्त (16) लिंग (17) मार्कन्डेय (18) भविष्य

षट्दर्शन : 


विचार प्रणालिकाओ षट्दर्शन के नाम से जानी जाती है|
1) सांख्य (कपिल मुनि )
2) योग (महर्षि पतंजलि)
3) न्याय (ऋषि गौतम )
4) वैशेषिक (कणाद)
5) पूर्व मीमांसा  (जैमिनी)
6) उतर मीमासा (बादरायन)
पीछे लिखे हुए नाम उन ऋषि मुनियो के है जीनो ने इसकी रचना की है। 

दशावतार: (Ten Incarnation of God Vishnu)


1) मत्स्य अवतार 
2) कूर्म अवतार
3) वराह अवतार
4) नरसिंह अवतार
5) वामन अवतार
6) परशुराम अवतार
7) राम अवतार
8) कृष्ण अवतार
9) बुद्ध अवतार
10) कल्की अवतार

सप्तर्षि (Seven rushi's Name):


1) कश्यप 
2) अत्री 
3) भारद्वाज 
4) विश्वामित्र 
5) गौतम 
6) जमदग्नि 
7) वसिष्ठ 

सप्तनदी (Seven Rivers)

1) गंगा 
2) यमुना 
3) गोदावरी 
4) सरस्वती 
5) नर्मदा 
6) सिंधु 
7) कावेरी 

सप्तनगरी:

(1) अयोध्या (2) मथुरा (3) हरद्वार (मायापुरी) (4) काशी (5) कांची (6) अवन्ती (उज्जैन) (7) द्वारामती (द्वारका)

द्वादश ज्योर्तिलिंग (Dvadash (Twelve) Jyotirlinga)


1) सोमनाथ (गुजरात)
2) मल्लिकार्जुन (आंध्रप्रदेश)
3) महाकालेश्वर (उज्जैन , मध्य प्रदेश )
4) ओमकारेश्वर (मध्य प्रदेश )
5) वैजनाथ (महाराष्ट्र)
6) भीमाशंकर (महाराष्ट्र)
7) रामेश्वरम (तमिलनाडू)
8) नागेश्वर (गुजरात)
9) विश्वनाथ (काशी )
10) त्र्यंबकम (नाशिक, महाराष्ट्र)
11) केदारेश्वर (हिमांचल प्रदेश)
12) घुश्मेश्वर (महाराष्ट्र)

राशि (भारतीय खगोलशस्त्र के मुताबे 12 राशि है। 

(1) मेष (2) वृषभ (3) मिथुन (4) कर्क (5) सिंह (6) कन्या (7) तुला (8) वृश्चिक (9) धन (10) मकर (11) कुंभ (12) मीन ।


नक्षत्र : नक्षत्रो की संख्या 27 है । 

(1) अश्विनी (2) भरणी (3) कृतिका (4) रोहिणी (5) मृगशीर्ष  (6) आर्दा (7) पुनर्वसु (8) पुष्य (9) अश्लेषा (10) मघा  (11) पूर्वाफाल्गुनी (12) उत्तराफाल्गुनी (13) हस्त (14) चित्रा (15) स्वाति (16) विशाखा (17) अनुराधा (18) ज्येष्ठा (19) मूल (20) पूर्वाषाढा (21) उत्तराषाढा (22) श्रवण (23) धनिष्ठा (24) शततारका  (25) पूर्वाभाद्रपद (26) उत्तराभाद्रपद (27) रेवती

नव रस (साहित्य मे) : 

(1) वीर (2) रौद्र (3) भयानक (4) अद्भुत (अदभूत) (5) बीभत्स  (6) श्रुंगार (7) हास्य (8) करुण (9) शांत

षटरस (वैदिक शस्त्र  )

(1) खाटो (2) खारो (3) मीठा (4) तीखा (5) कड़वा (6) तूरा

षटधातु (आयुर्वेद के अनुसार) 

(1) रस (2) रक्त (3) मांस (4) अस्थि (5) मज्जा (6) शुक्र

चोगड़िया :

(1) चल (2) लाभ (3) अमृत (4) काल (5) शुभ (6) रोग (7) उद्वेग

चार वर्ण :

(1) ब्राह्मण (2) क्षत्रिय (3) वैश्य (4) शूद्र

चार आश्रम : 

(1) ब्रह्मचर्याश्रम
(2) गृहस्थाश्रम
(3) वानप्रस्थाश्रम
(4) सन्यासश्रम

आदि गुरु शंकराचार्य स्थापित चार मठो  के नाम : 


(1) गोवर्धन मठ (ओड़ीशा)
(2) शारदापीठ (गुजरात)
(3) ज्योतिर्मठ (उतराखंड)
(4) श्रुगेरीमठ (तमिलनाडु)


चार दिशाओ ओर चतुष्कोण :


(1) पूर्व (2) पश्चिम (3) उतर (4) दक्षिण 
(1) अग्नि (2) नैऋत्य (3) वायव्य (4) ईशान 

राजनीति के चार सिद्धान्त : 

(1) साम (2) दाम (3) दंड (4) भेद

चार कर्तव्य : 

(1) धर्म (2) अर्थ (3) काम (4) मोक्ष

कुंभ मेले के चार स्थान : 

(1) प्रयाग (2) हरद्वार (3) उज्जैन (4) नाशिक

पांच महाभूत : 

(1) आकाश (2) वायु (3) अग्नि (4) पनि (5) पृथ्वी

पंचामृत : 

(1) दूध (2) दही (3) घी (4) मध (सहद) (5) शाकर 

पंचायतन पुजा : 

(1) गणपती (2) देवी (3) सूर्य (4) विष्णु (5) शिव

त्रिगुण : 

(1) सत्व (2) रज (3) तम

भगवद गीता : 


अध्याय : 18 , महाभारत के भीष्म पर्व का भाग।
मुख्य पात्र : भगवान श्री कृष्ण ओर अर्जुन
अन्य पात्र : संजय , द्रुतराष्ट्र

(1) कर्मयोग : अध्याय 1 से 6
(2) भक्तियोग : अध्याय 7 से 12
(3) ज्ञान योग : अध्याय 13 से 18


धन्यवाद ..... 

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